Sanskrit Shikshan (Hindi)
ISBN: 9789381466551
लेखिका परिचय
प्रो० (श्रीमती) सन्तोष मित्तल, एम० ए० (हिन्दी, संस्कृत) एम० एड०, विद्यावारिधि (पी-एच० डी०), भूतपूर्व विभागाध्यक्ष (शिक्षाशास्त्र विभाग) वर्तमान में राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान, (मानित विश्वविद्यालय) जयपुर परिसर, त्रिवेणीनगर, जयपुर में शिक्षाशास्त्र विभाग में प्रोफेसर पद पर कार्यरत हैं।
लेखिका का जन्मू वर्ष 1956 में आगरा (उ० प्र०) में हुआ। इन्होंने स्नातक एवं स्नातकोत्तर परीक्षाएँ प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण कीं। आप वी० एड० तथा शिक्षाशास्त्री कक्षाओं में लगभग 30 वर्ष से प्रशिक्षण दे रही हैं। आप शैक्षिक सम्मेलनों एवं कार्यशालाओं में मुख्य वक्ता के रूप में सक्रिय भाग लेती रही हैं। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में आपके अनेक लेख व शोध-पत्र प्रकाशित हो चुके हैं।
राजस्थान सरकार के पर्यावरण विभाग द्वारा आयोजित ‘राज्यस्तरीय पर्यावरण पत्र-वाचन प्रतियोगिता 1994’ में लेखिका ने प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा NCERT (नई दिल्ली) द्वारा व्याख्याताओं हेतु आयोजित राष्ट्र स्तर की प्रतियोगिता, 2003 में आपको ‘भाषा शिक्षण में नवाचार’ नामक शोध-पत्र पर पुरस्कृत किया गया।
आपकी ‘शैक्षिक तकनीकी एवं कक्षा का कक्ष प्रबन्ध’ नामक पुस्तक राजस्थान हिन्दी ग्रन्थ अकादमी, जयपुर से प्रकाशित हुई है, जिसके लिये आपको अकादमी द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त ‘बाल विकास तथा पारिवारिक सम्बन्ध’ नामक पुस्तक भी प्रकाशित हो चुकी है। आपको ’21वीं सदी में पर्यावरण एवं पर्यावरण शिक्षा’ नामक पुस्तक पर भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण मन्त्रालय द्वारा वर्ष 2005 में ओजोन दिवस के अवसर पर मेदिनी पुरस्कार से पुरस्कृत किया जा चुका है। वर्ष 2005 में प्रकाश
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