प्रस्तावना
प्रस्तुत पुस्तक शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के अन्तर्गत भाषा शिक्षण प्रविधि के अध्येताओं को लक्ष्य करके लिखी गई है, जिससे वे अपने भावी विद्यार्थियों के आधारभूत भाषा कौशलों में सुधार के लिए प्रेरित और सक्षम हो सकें। आरम्भिक स्तर पर बच्चों को भाषा का ज्ञान कराना जितना जरूरी है उतना आसान कार्य नहीं है। सामान्यतः आरम्भिक अध्यापकों को यह लगता है कि बच्चों को भाषा का ज्ञान कराना एक आसान कार्य है, परन्तु वास्तविकता यह नहीं है। बच्चों को पहली भाषा और दूसरी भाषा का ज्ञान विभिन्न मनोवैज्ञानिक प्रविधियों द्वारा देना आवश्यक हो जाता है। यह प्रविधियां शिक्षक को शिक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत ही सीख लेनी चाहिए। जिससे उन्हें पढ़ाने में चुनौतियों का सामना न करना पड़े। इसीलिए इस पुस्तक में भाषाओं में दक्षता बच्चों में कैसे विकसित की जाए, इस पर विशेष ध्यान दिया गया है। साथ ही एक से अधिक भाषाओं का ज्ञान कैसे कराया जाए इत्यादि विषयों को प्रस्तुत किया गया है।
यह पुस्तक राज्य शैक्षिक, अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् द्वारा निर्देशित पूर्व-विद्यालय विषय सामग्री से परिपूर्ण है। इसके साथ-साथ इसमें प्रस्तुत विषय-सामग्री डी०एल०एड०, बी०एड० इत्यादि पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों, कार्यरत शिक्षकों और सामान्य भाषा अध्येताओं के लिए उपयोगी है।
पुस्तक की रचना हेतु सम्बद्ध विषय के प्रतिष्ठित विद्वानों, भाषाविदों और विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुत विचारों, लेखों और पुस्तकों का सन्दर्भ ग्रहण किया गया है, जिसेक लिए हम हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करती हैं।
सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है, जिससे आगामी संस्करण में संशोधित किया जा सके।
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