भूमिका
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के द्वारा स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम में सम्पूर्ण देश में एकरूपता और श्रेष्ठता लाने के लिए नवीन पाठ्यक्रम निर्धारित किया गया है। इसी नवीन पाठ्यक्रम को दृष्टिपथ में रखकर उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों में सत्र 2011-12 से स्नातक स्तर के शिक्षाशास्त्र विषय के प्रथम वर्ष में नवीन पाठ्यक्रम को लागू किया गया है। प्रस्तुत पुस्तक की रचना उत्तर प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा बी०ए० प्रथम वर्ष के शिक्षाशास्त्र (एजूकेशन) विषय के द्वितीय प्रश्न-पत्र ‘भारतीय शिक्षा का इतिहास एवं विकास’ के लिए की गयी है। प्रस्तुत पुस्तक ‘भारतीय शिक्षा का इतिहास एवं विकास’ में विषय-सामग्री को स्पष्ट, सरल, प्रवाहमय और बोधगम्य भाषा तथा सुबोध शैली में प्रस्तुत किया गया है, जिससे विद्यार्थी विषय को सरलतापूर्वक समझ सकें। अध्याय के अन्त में दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों के साथ-साथ लघु उत्तरीय और वस्तुनिष्ठ प्रश्न भी दिये गये
10 मुझे आशा है कि अपने वर्तमान स्वरूप में यह पुस्तक शिक्षाशास्त्र (एजूकेशन) के प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए विषय सामग्री की आवश्यकताओं की पूर्ति करने में उपयोगी तथा सक्षम होगी और इससे उनको पूर्ण सन्तोष प्राप्त होगा। मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मेरी अन्य पुस्तकों की तरह शिक्षाशास्त्र (एजूकेशन) के विद्यार्थी इस पुस्तक का भी स्वागत करेंगे। पुस्तक को और अधिक उपयोगी बनाने के लिए आपके सुझाव सहर्ष आमंत्रित हैं।
गिरीश पचौरी
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